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चाय या कॉफी


चाय या कॉफी भाग 18

आरती ऑफिस से निकल जाती है ।गाड़ी ड्राइव करते हुए वह यह सोचती है शमन कितना शातिर तरीके से उसे ब्लैकमेल कर करना चाहता है। 


उसने बड़े दिमाग से  उसे रास्ते से हटा दिया अब वह लिया को यूज  करेगा और उसकी जिंदगी को क्वेश्चन मार्क बना देगा ।

अचानक आरती को याद आया  कि लिया तो दिल्ली में ही है।
उसने जल्दी से लिया को फोन लगाया 
,,हैलो लिया..?,,


,, हेलो आरती दी।,,
लिया की आवाज सुन कर आरती ने कहा

,,लिया, तुम दिल्ली में हो?,,

,,हाँ दी, वो शमन एंड कंपनी से फोन आया था कि बचे सारे फोटोशूट कर दूं। उनलोगों ने मुझे एडवांस पेमेंट भी कर दिया है।

,,अच्छा कितना एडवांस दिया है उनलोगों ने...?,,

लिया चुप हो गई।उसने कुछ कहा नहीं।

आरती--,, लिया, मौसाजी के स्टोन का ऑपरेशन है।उनके शुगर और ब्लड प्रेशर ठीक नहीं रहते।

कल ऑपरेशन है। ओल्ड एज भी है। जिंदगी का भरोसा नहीं.. कल अविनाश हॉस्पिटल में सुबह 11बजे का समय दिया गया है।.. अगर तुम चाहो तो आ जाना..!,,आरती ने फोन काट दिया।


आरती जैसे घर पहुंची मौसी घबराते हुए उससे बोली
,,आरती, तेरे मौसाजी के पेट में बहुत दर्द हो रहा है।
जल्दी से अस्पताल ले चल। पता नहीं कैसे हो गया..। ,,

आरती--,,अरे मौसी ,अचानक..ये सब कैसे?,,

मौसाजी की हालत देखकर आरती घबरा गई।उसने तुरंत ही एंबुलेंस को फोन किया और उन्हें लेकर अस्पताल पहुंच गई।

डॉक्टरों ने उनकी हालत देखकर तुरंत ही उन्हें आइसीयू में एडमिट कर लिया।
और आरती से रिशेप्शन में पाँच लाख रुपये जमा करने के लिए कहा।

आरती ने रुपये जमा कर दिया।

बहुत देर तक डायग्नोसिस करने के बाद डॉक्टरों ने आकर कहा
,,मि. कुमार की कंडीशन ठीक नहीं है।कुछ भी हो सकता है।,,

आरती यह सुन कर घबरा गई।एक तरफ उसकी नौकरी छूट गई थी दूसरी ओर मौसाजी  जिंदगी और मौत के बीच पहुंच गए थे।

उसने डॉक्टर से पूछा
,,सर,आज सुबह तक तो बिल्कुल ठीक थे फिर अचानक क्या हो गया?,,

डा.--,,मिस आरती,स्टोन ब्लास्ट हो गया है।जहर पूरे शरीर में फैल  जाए उससे पहले ऑपरेशन जरूरी है ।
बहुत ही सीरीयस कंडीशन है।प्रे गॉड... ऑल थिंग्स विल बी गुड!,,

आरती ने बड़ी निराशा से अपनी मौसी की तरफ देखा।
वह निर्जीव सी गुमसुम पड़ी थी।
आरती को समझ नहीं आ रहा था कि मौसी को सांत्वना आखिर कैसे दे।

तभी लिया का फोन आया।आरती ने उसे सारी बातें बताया ।
लिया--,,मैं आती हूँ दी।,,

डॉक्टरों ने पूरे 36 घंटों की वार्निंग दी थी।
कहा था कि परिवार वालों को बुला लिया जाए।

आरती को जैसे काठ मार गया। लिया की बड़ी बहन रुचि ऑस्ट्रेलिया में रहती थी।

आरती ने अपने कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से उसका नंबर ढ़ूढ़कर निकाला और लड़खड़ाती आवाज से उसे मौसाजी का समाचार दिया।

रुचि ने आरती को धैर्य से रहने का बोलकर फ्लाइट चेक करने के लिए लग गई ।


थोड़ी देर में अस्पताल में आरती की सारी सहेलियां पहुंच गईं। लिया भी आ गई।

लिया को चुपचाप बैठी देखकर आरती उसके पास पहुंची।
देखा उसके मुंह से शराब की दुर्गंध आ रही थी।

आरती ने गुस्से में लिया को एक थप्पड़ रसीद दिया।
उसने कहा
,,ऐसी औलादों से तो बेहतर है कि न ही हों। लिया, तुम्हारे पापा इतने सीरीयस हैं और तुम ड्रिंक करके आई हो..?,,

लिया की आँखों से आँसू बह निकले।

उसने कहा
,,दी,इसीलिए लेकर आई हूँ कि.. हर कुछ  ....बर्दाश्त कर सकूं..!,,
लिया ने यह कहा तो उस की मासूमियत देख कर आरती रो पड़ी।उसने लिया को गले से लगा लिया।
और बोली
,,सब कुछ ठीक  होगा लिया, ईश्वर पर भरोसा रखो।,,

बड़ी मुश्किल से रात कटी। मौसाजी की हालत स्टेबल थी।
थैंक गॉड...!,आरती ने मन ही मन कहा।हे ईश्वर.. बस ये ऑपरेशन कामयाब हो जाए।


***
कई घंटों तक अथक मेहनत के बाद मौसाजी का ऑपरेशन सफल हो गया। डॉक्टरों ने सफलता पूर्वक गॉलब्लेडर में से सारे स्टोन और फैला मवाद निकाल लिया था।

अभी लगभग एक हफ्ते तक तो आइसीयू में ही रहने थे। लेकिन डॉक्टरों ने वार्निंग दी थी कि किसी भी तरह से उन्हें परेशान नहीं किया जाए।


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सीमा..✍️🌷
©®


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4 Comments

बहुत खूब 💐

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Chetna swrnkar

17-Aug-2022 05:55 PM

बेहतरीन रचना

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Raziya bano

17-Aug-2022 09:16 AM

Bahut sundar rachna

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